इंसुलिन अग्न्याशय द्वारा बनाया जाने वाला एक हार्मोन है जो हमारे शरीर को भोजन में कार्बोहाइड्रेट से चीनी (ग्लूकोज) का उपयोग करने मे भूमिका निभाता करता है। इंसुलिन हमारे रक्त शर्करा के स्तर को बहुत ज्यादा (हाइपरग्लेसेमिया) या बहुत कम (हाइपोग्लाइसीमिया) होने से बचाने में भी सहयोग करता है।
हम जो भी खाना खाते है, इंसुलिन उसे ऊर्जा में बदलने में सहयोग करता है। जब इंसुलिन कम बनता है या इंसुलिन का गुणवत्ता ठीक ना हो तो शर्करा रक्तप्रवाह में प्रवेश कर जाता हैं। स्वस्थ शरीर अग्नाशय को उचित मात्रा में हार्मोन इंसुलिन जारी करने के लिए प्रेरित करते हैं। यह कोशिकाओं को ईंधन के लिए चीनी का उपयोग करने में सहयोग करता है। हमारे शरीर के कोशिकाओं को ऊर्जा के लिए चीनी का जरूरत होता है। जब भोजन करने से रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, तो अग्न्याशय में कोशिकाओं को रक्तप्रवाह में इंसुलिन जारी करने के लिए संकेत मिलता है। तब इंसुलिन कोशिकाओं से जुड़ जाता है और रक्त प्रवाह से चीनी को अवशोषित करने के लिए कोशिकाओं को संकेत देता है।
चयापचय Metabolism
टाइप 2 मधुमेह में, चीनी का उपयोग कोशिकाएँ ठीक से नहीं कर पाती हैं। इस वजह से रक्त में चीनी का बड़ा हिस्सा मिल जाता है। यदि शरीर इंसुलिन प्रतिरोधी है, तो शरीर हार्मोन बनाता है, लेकिन कोशिकाएं इसका उपयोग नहीं कर पाती हैं। यदि पहले कभी टाइप 2 मधुमेह हुआ हो और इसका इलाज नहीं हुआ हो तो अग्नाशय इंसुलिन कम बनाएगा।
मधुमेह का ईलाज कैसे किया जाता है? How To Treat Diabetes
कुछ रक्त लेकर डॉक्टर ए 1 सी परीक्षण करता है। इस परीक्षण से पिछले 2-3 महीनों के औसत रक्त शर्करा का स्तर पता चलता है। यदि पहले से मधुमेह का लक्षण हैं, तो एक और रक्त शर्करा का परीक्षण होगा जिससे पता चलता है कि रक्त शर्करा का वर्तमान स्तर क्या है।
रक्त शर्करा होने पर आहार में बदलाव Diet Changes In Blood Glucose
अपने आहार में बदलाव ला कर, अतिरिक्त वजन कम करके रक्त शर्करा के स्तर को कम किया जा सकता हैं। वजन कम करने के लिए ध्यान रखें कि भोजन में कितना कार्ब्स ,वसा और प्रोटीन खाते हैं तथा कैलोरी में कटौती हो रहा है या नहीं। खाने का योजना बनाने के लिए किसी आहार विशेषज्ञ से सलाह लें।
नियमित व्यायाम करें Exercise Regularly
नियमित व्यायाम या पैदल चलने से शरीर को इंसुलिन के उपयोग करने में सुधार होता है तथा रक्त शर्करा का स्तर कम होता है। शरीर को सक्रिय रखने से शरीर को वसा, रक्तचाप तथा हृदय रोग से बचाने में मदद मिलता है। हर रोज कम से कम 30 मिनट तक व्यायाम अवश्य करना चाहिए।
विश्राम आवश्यक है Rest Is Necessary
मानसिक तनाव से रक्तचाप और रक्त शर्करा बढ़ सकता है। मानसिक तनाव को कम करने के लिए उपाय करना चाहिए । तनाव के स्थिति में गहरा श्वास लें और ध्यान का अभ्यास करें। इसके लिए किसी दोस्त, परिवार के सदस्य या किसी धार्मिक गुरू से बात करने से मदद मिल सकता है। यदि आप ऐसा नही कर सकते तो अपने डॉक्टर से सलाह लें।
दवाईयां मदद कर सकती हैं Medicines Can Help
यदि आहार और व्यायाम से रक्त शर्करा नियंत्रित नहीं हो रहा हो तो डॉक्टर से सलाह लेकर दवा लें। कई प्रकार की मधुमेह की गोलियाँ उपलब्ध हैं। कुछ दवाएं अग्न्याशय को अधिक इंसुलिन बनाने मे सहयोग करने वाले भी होते है।
इंसुलिन Insulin
डॉक्टर उपचार में इंसुलिन लिख सकता है तथा इसे गोलियों के साथ लेने के लिए भी कह सकता है। इससे टाइप 1 और टाइप 2 दोनो तरह के मधुमेह वाले लोगों को मदद मिल सकता है। जिनका बीटा-सेल विफल होता हैं। इसका मतलब जिनके अग्नाशय की कोशिकाएं ब्लड शुगर अधिक होने पर इंसुलिन नहीं बनाती हैं या कम बनाती है। ऐसा होने पर इंसुलिन लेना दिनचर्या का हिस्सा बन जाता है।
गैर इंसुलिन इंजेक्शन Non-Insulin Injection
गैर इंसुलिन इंजेक्शन टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों के लिए डाक्टर सलाह देते हैं। ये इंजेक्शन रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए इंसुलिन बनाने मे सहयोग के लिए होता है।
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